राष्ट्रीय मदन लाल खंडेलवाल ब्रेल निबन्ध प्रतियोगिता

हमारे पाठक जानते ही हैं कि परिसंघ गत कई सालों से इस संगठन के हितैशी तथा समाज-सेवक स्व. मदन लाल खंडेलवालजी की स्मृति को बनाए रखने के लिए हर साल हिन्दी, अंग्रेजी व कुछ अन्य भारतीय भाषाओं में ब्रेल निबन्ध प्रतियोगिता करवाता रहा है। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य भी स्पष्ट है--खंडेलवालजी की स्मृति दृष्टिबाधित समुदाय के मस्तिष्क में बनी रहे तथा ब्रेल प्रमोशन भी होता रहे।

निबन्ध प्रतियोगिता से सम्बन्धित नियम तथा ‘कनिष्ठ समूह’ (Junior Group) व ‘वरिष्ठ समूह’ (Senior Group) के लिए निबन्ध के विषय इस प्रकार हैं

  • कनिष्ठ समूह के लिए निबन्ध का शीर्षक रहेगा “भारत में दृष्टिहीनों के संगठनों से मेरी अपेक्षाएं” (My expectations from organizations of the blind in India.) तथा वरिष्ठ समूह के लिए शीर्षक होगा “भारत में उग्रवाद और माउवाद—वास्तविक कारण व निदान” (Militancy and Maoism—real causes and solutions)।
  • कनिष्ठ समूह में अठारह साल तक के प्रतिभागी अपनी प्रविष्टियाँ भेज सकते हैं, जबकि अठारह साल से अधिक आयु के दृष्टिबाधित वरिष्ठ समूह में भागीदारी निभा सकेंगे।
  • कनिष्ठ समूह में कम-से-कम पाँच सौ शब्द तथा अधिक-से-अधिक सात सौ शब्द निबन्ध में होने चाहिएं, जबकि वरिष्ठ समूह में कम-से-कम आठ सौ तथा अधिक-से-अधिक एक हजार शब्द मान्य होंगे। इन शब्दों में निबन्धकार से सम्बन्धित विवरण सम्मिलित नहीं होगा।
  • निबन्धकार को निबन्ध‌ लिखते समय भाषा-शैली, रोचकता तथा ब्रेल लेखन में शुद्धि का विशेष ध्यान रखना होगा।
  • निबन्ध मौलिक हो, जिसमें किसी भी वेबसाइट से की गयी नकल का सहारा न लिया गया हो।
  • निबन्ध लिखने में ब्रेल टाइपराइटर व ब्रेल स्लेट का ही प्रयोग किया जाए। पुरस्कार राशि: वरिष्ठ समूह—प्रथम—रुपये 10000, द्वितीय रुपये 7000, तथा तृतीय रुपये 5000 कनिष्ठ समूह—प्रथम—रुपये 8000, द्वितीय रुपये 6000 तथा तृतीय रुपये 4000

पाठकों से निवेदन है कि वे अधिक-से-अधिक व्यक्तियों तक इस सूचना को न केवल पहुँचाएं, बल्कि उनको निबन्ध लिखने के लिए प्रेरित भी करें। ब्रेल में लिखे हुए निबन्ध ए.आई.सी.बी. के कार्यालय में 31 October, 2021 तक पहुँच जाने चाहिएं।

top